कभी पहुंचाते थे घर-घर अखवार, आज इनकी मीडिया फर्म “इन्सेंस मीडिया” करती है करोड़ों का बिज़नेस |
इन्सेंस मीडिया – एक नज़र में
शुरुआत – अप्रैल 2015
कार्य क्षेत्र – मीडिया, टेक्नोलॉजी एवं ट्रेड फेयर्स आयोजन
टीम साइज़ – 10-12
वित्त वर्ष 2017-18 का टर्नओवर – लगभग 2 करोड़
ग्रोथ दर – 50-60 प्रतिशत प्रतिवर्ष
पहुँच – लगभग 10-12 देशों में
कहा जाता है कि ‘भाग्य’ उन्हीं का बदलता है, जो ‘मेहनत’ करने में भरोसा रखते हैं और अगर इरादे मजबूत हों तो कुछ भी असंभव नहीं है | इसी कहावत को चरितार्थ करती यह कहानी है “राजेन्द्र प्रसाद गोयल” और उनकी मीडिया फर्म “इन्सेंस मीडिया” की |
आइये जानते हैं इन्सेंस मीडिया के प्रबंध संपादक की कहानी..
राजस्थान के भरतपुर जिले के एक छोटे से गाँव में जन्मे ‘राजेन्द्र’ का जीवन एक संघर्ष से भरी कहानी है | ‘राजेन्द्र’ बहुत ही मेहनती और कुशाग्र विद्यार्थी रहे लेकिन 6 भाई बहनों में सबसे बड़े होने के नाते उनका जीवन जिम्मेदारियों से भरा हुआ था | इसी के चलते उन्होंने 1981 में राजस्थान पत्रिका की एजेंसी लेकर घर-घर अखबार पहुचाने का काम शुरू किया |
2011 में अपने “डीड-राइटर” के प्रोफेशन से रिटायरमेंट लेने के बाद, उन्होंने जयपुर में अगरबत्ती का रिटेल बिज़नेस शुरू किया | अगरबत्ती रिटेल में काम करते हुए ही, उन्होंने अपने बेटे “दीपक गोयल” जो कि मीडिया इंडस्ट्री में अपना काम कर रहा था, को अगरबत्ती उद्योग के लिए एक प्रिंट मीडिया की शुरुआत करने के लिए प्रेरित किया और उनके मार्गदर्शन में “इन्सेंस मीडिया” की शुरुआत अप्रैल-2015 में हुई | “इन्सेंस मीडिया” अगरबत्ती उद्योग पर आधारित देश की पहली आर.एन.आई. रजिस्टर्ड पत्रिका है जो, अगरबत्ती, परफ्यूम और इससे जुड़े हुए सभी क्षेत्रों को कवर करती है | “इन्सेंस मीडिया” ने धीरे धीरे अपनी पहुँच बढ़ाते हुए ट्रेड फेयर आयोजित करने का काम शुरू किया और 3 वर्ष के अल्प समय में ही “इन्सेंस मीडिया” पब्लिकेशन और ट्रेड फेयर के क्षेत्र में एक जाना पहचाना नाम बन गयी | 2017 में “इन्सेंस मीडिया” को मुंबई में हुए अगरबत्ती एवं परफ्यूम एक्सपो के लिए “बेस्ट डेब्यू” केटेगरी में अवार्ड से सम्मानित किया गया | आज “इन्सेंस मीडिया” अगरबत्ती और परफ्यूम के साथ – साथ, सोप और डिटर्जेंट की फ़ील्ड में भी ट्रेड फेयर आयोजित करती है और जल्द ही बेकरी और कन्फेक्शनरी के लिए भी जयपुर में एक इवेंट आयोजित करने जा रही है |
‘राजेन्द्र’ का मानना है की अपनी सोच सकारात्मक रखो, और ईश्वर में विश्वास रखो तो दुनियां में कोई काम असंभव नहीं है |