/Every Customer is Important

Every Customer is Important

हमारा ऑफिस एक कमर्शियल काम्प्लेक्स में है । वैसे ऑफिस में चाय / कॉफ़ी के लिए वेंडिंग मशीन लगी हुई है, लेकिन एक स्टाफ Diabitic होने के कारण फीकी चाय पीते हैं । इसलिए, एक चाय वाले भाईसाहब सुबह और शाम उनको सिर्फ एक चाय देने ऑफिस आते हैं यानि कुल मिलाकर, 10 रुपये रोजाना के हिसाब से लगभग 250 रुपये महीने का एक कस्टमर है हमारा ऑफिस, चाय वाले भाईसाहब का । वो चाहें तो मना कर सकते हैं इतने से वॉल्यूम के लिए, लेकिन फिर भी वो आते हैं ।

मुझे अभी कलकत्ता से एक फोन आया, एक पुरानी परफ्यूमरी फर्म है और इंसेंस मीडिया मैगज़ीन के अपने सब्सक्रिप्शन को रिन्यू करवाना चाहते थे । हर सब्सक्रिप्शन से सिर्फ 600 रुपये का revenue मिलता है हमें, जबकि एक साल में उससे ज्यादा हमारा एक सब्सक्राइबर पर खर्च बैठता होगा । लेकिन हमारा एक एक सब्सक्राइबर हमारे प्लेटफार्म की जान है । इतनी खुशी शायद किसी शो में 40-50 मीटर स्पेस sell होने पर भी नही मिलती जितनी 600 रुपये का एक सब्सक्राइबर देता है । टेक्निकली, इस डिजिटल जमाने में एक ट्रेड मैगज़ीन को पेड बेसिस पर सब्सक्राइब कराना आसान काम नहीं है लेकिन हमारी टीम के प्रयासों के चलते हमारे पेड सब्सक्राइबर की संख्या हजारों में हैं, इसके अलावा हम हजारों प्रतियां, identified क्लाइंट्स को फ्री भी भेजते हैं ।

सब्सक्राइबर से जुड़े रहने के लिए मैंने अधिकांश प्रोमोशन्स में मेरा डायरेक्ट नंबर भी दिया हुआ है जिससे बहुत तरह की query और बहुत नये सुझाव मुझे सीधे तौर पर मिल पाते हैं । इसके चलते मुझे नये प्रोडक्ट डिज़ाइन करने में, इम्प्रूव करने में और नए area explore करने में बहुत मदद मिलती है । यूज़र्स के डायरेक्ट contact में रहने के बहुत फायदे हैं तो आपका काम बढ़ जाता है, ये नुकसान भी है ।
चाहूं तो मैं बैकफुट पर रहकर सिर्फ मॉनिटरिंग भी कर सकता हूँ, अपना नंबर हटा सकता हूँ, क्योंकि सभी मिलाकर हमारी सेल्स टीम में आज 15 लोग हैं, जो हर तरह के कस्टमर को हैंडल करने में सक्षम हैं, लेकिन शायद मैं उस अनुभव से रूबरू नही पाउंगा जो मुझे ‘what next’ अनुभव देता है ।

मैं ऐसे कई B2B बिजनेस ओनर्स से मिलता हूँ जो सिर्फ बड़े कस्टमर्स पर ही ध्यान केन्द्रित रखना चाहते हैं । छोटे साइज बिजनेस पर बिल्कुल ध्यान ही नहीं देते हैं । हालाँकि सबकी अपनी सोच है और मैं यहां judgemental बिल्कुल भी नही होना चाहता, लेकिन हमारे चाय वाले से मुझे बहुत प्रेरणा मिलती है । वैसे तो सबकी अपनी शैली है बिज़नेस करने की, लेकिन मेरी नज़र में कोई कस्टमर छोटा या बड़ा नही है, हर एक कस्टमर जरूरी होता है । अगर परफ्यूमरी क्षेत्र में भी सबसे बड़ी कंपनी की बात करें तो उनकी पैकिंग भी 20 ml से शुरू होती है, जिससे कि छोटे से छोटा कस्टमर भी उनके प्रोड्क्ट को try कर सके । देश की बड़े से बड़ी कंपनी छोटी पैकिंग के जरिये लोगों तक पहुंच रही है, क्या यूनिलीवर का 1 रुपये का शैम्पू का पाउच कंपनी चला रहा है, नहीं ! लेकिन एक कस्टमर को किसी न किसी फॉर्म में जोड़ रखा है ।

सोच आपकी, धंधा आपका !